स्वच्छता शपथ
( स्वच्छ भारत – एक कदम स्वच्छता की ओर )
महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमे सिर्फ राजनैतिक आज़ादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश कि कल्पना भी थी !
महात्मा गांधी ने गुलामी कि जंजीरों कों तोड़कर माँ भारती कों आज़ाद कराया !
अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी कों दूर करके भारत माता कि सेवा करें !
मैं शपथ लेता हूँ कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूँगा और उसके लिए समय दूंगा !
हर वर्ष १०० घंटे यानी हर सप्ताह २ घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प कों चरितार्थ करूँगा !
मैं न गंदगी करूँगा न किसी और कों करने दूंगा !
सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से , मेरे मुहल्ले से, मेरे गाँव से एवं मेरे कार्यस्थल से शुरुआत करूँगा !
मैं यह मानता हूँ कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखतें हैं उसका कारण यह है कि वहाँ के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही होने देते हैं !
इस विचार के साथ मैं गाँव-गाँव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूँगा !
मैं आज जो शपथ ले रहा हूँ, वह अन्य १०० व्यक्तियों से भी करवाऊंगा !
वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए १०० घंटे दें, इसके लिए प्रयास करूँगा !
मुझे मालूम हैं कि स्वच्छता कि तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम पूरे भारत देश कों स्वच्छ बनाने में मदद करेगा !
Cleanliness Pledge
(re-blogged from Local Circles)