दूर आसमान में बादल
मुझको मतवाला बनाता बादल
कभी दिलवाला, कभी अलबेला बादल,
‘मन मोर’ को नचाता,
कभी मदहोश कर देता बादल,
कभी अटखेलियाँ करता बादल,
कभी अकेले ही घटाओंसे लड़ता बादल,
झरोखें से मुझको देखता बादल,
कभी मेरा पीछा करता बादल,
मेरे साथ दौड़ता – खेतों खेतों लहराता बादल,
कभी साथ मेरे चलता बादल,
कितने सारे सपनों का बादल,
किसी के सोलह सिंगार का बादल,
मेरे पहले प्यार का बादल,
यादों में ले जाता बादल,
बचपन सा नन्हासा बादल,
उमड़ घुमड़ करता बादल,
आशाएं जगाता
नित नया बादल,
जीवन का विश्वास बादल,
राह नयी दिखलाता बादल,
मोक्ष हमको दिलाता बादल,
नयी सृजन का कारण बादल
Nav srijan ka kaaran Baadal..
very nice respected Sir,