इस दुनियामें चीजें हैं कितनी
कितने पल हैं जो कल थे |
आ गये जिन्हे आना था और चले गये जिन्हे था जाना
आते जाते रास्तो पे चलना है कितनी दूर |
चलते चलते शायद मिल जाये कोइ हीरा या कोहीनूर
जानो ना तुम चीजो को कि है तुम्हारे पास कितनी,
ये है किस्मत का खेल जो है रहे वो उतनी ||