रंग रूप तो है कहने की बात
क्या दे इसमे लोगो की दाद |
मै भी थी फंसी इस अंजान भँवर में
लगताथा कि आ गइ किसी सुनसान डगर पे |
कहते है लोग की भगवान ने बनाया सबको
और कहतेहै की सब है एक जैसे |
तो क्या होता है रंग रूप, जो होता नही एक जैसा सबके पास,
जाने क्यों है ये जीवन खास |